शुक्रवार, जनवरी 29, 2010

एक सानिया सौ अफसाने

खबर आई है कि टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा की सगाई टूट गई है। कुछ के लिए यह खबर राहत देने वाली हो सकती है। खुद सानिया के लिए भी। नहीं तो सानिया खुद इस बात का ऐलान क्यों करतीं।
खैर।

बात सानिया की हो और अफवाहें जन्म न ले संभव नहीं। शायद सानिया और अफवाहों का हमेशा का साथ है। जब 10 जुलाई को सानिया की सगाई हुई तो न जाने कितने कुंआरों की उम्मीदों पर जैसे वर्जपात हो गया। ऐसा नहीं है कि उन्हें सानिया से कुछ उम्मीद थी पर न जानें क्यों मैं अक्सर देखता हूं कि किसी क्षेत्र के सितारे की जब शादी तय होती है तो उनको चाहने वालों को धक्का जैसा लगता है। क्यों ऐसा होता है यह नहीं जानता पर होता है, ये मैंने देखा है।

बात उन दिनों की है जब मैं देहरादून में था। कुछ खास काम नहीं था। टीवी था केबल कनेक्शन था। खबरें देखने और सुनने का शौक बचपन से था। बात जब दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला और महानायक के पुत्र का विवाह हो तो भला कौन अपने आप को रोक पाएगा। बात ये भी थी लेकिन हकीकत यह भी है कि मीडिया ने शादी को इतना हाइप दिया कि मैं भी अपने आप को उस मोहपाश में बांधने से रोक नहीं पाया।

शादी हो रही थी अभिषेक और एश्वर्या की और न जाने कितने दिलों पर सांप लोट रहा था। ऐसा नहीं है उनमें सिर्फ एश्वर्या के ही दीवाने थे। अभिषेक के चाहने वालियों का भी आंकडा अच्छा खास था। कहने का मतलब है कि ऐसे मौकों पर लडकियां भी अपनी दीवानी दिखाने में पीछे नहीं रहतीं। सलमान खान के दीवानों की दीवानगी दस का दम में देखने को मिली। उनकी अभी तक शादी नहीं हुई है पर चाहने वाले उनके बच्चों के लिए कपडे ला रहे थे। कोई सलमान को छूकर अपने आप को धन्य समझ रही थी तो कोई देखकर। सच ही है दीवाने है दीवानों का न घर चाहिए मस्ती भरी एक नजर चाहिए।

तो बात सानिया की। सानिया की सगाई होना जितना बडा चर्चा का विषय था उससे ज्याद सगाई का टूट जाना। क्यों। क्योंकि इससे अफवहों को जन्म मिला। अभी करीब 15 दिन पहले ही सानिया ने कहा था कि शादी के बाद वह टेनिस को तलाक दे देंगी। माना जा रहा है कि शादी टूटने का कारण यही है। उनकी ससुराल वाले परम्परावादी हैं और नहीं चाहते थे कि उनकी बहू छोटे छोटे कपडे पहन कर टेनिस कोर्ट में उतरे। पुरानी कहावत है जितने मुंह उतनी बातें। तो वही हुआ भी। किसी का कहना है कि मोहम्म सोहराब के घर वालों को सानिया और इरफान पठान की नजदीकी नागवार गुजरी और दोनों परिवारों ने भरे मन से यह फैसला लिया। खैर अफवहें तो अफवाहें है क्या कीजिएगा।

हाल ही की बात करें तो सानिया बहुत ही खराब फार्म से जूझ रहीं है। क्या वाकई सानिया का खेल खराब हुआ है या फिर पारिवारिक उलझनों की बजह से ये सब हुआ।

1 टिप्पणी:

Udan Tashtari ने कहा…

सुनी यह खबर...कोई दुखी हुआ और कोई खुश!

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